देहरादून: राजधानी के नवनियुक्त जिलाधिकारी सविन बंसल ने कार्यभार संभालने के पांचवें दिन ही नगर निगम देहरादून की वर्षों पुरानी कार्य प्रणाली में बदलाव कर दिया है। डीएम ने नगर निगम की सफाई व्यवस्था की समीक्षा के दौरान सफाई कार्यों में खामियों को देखते हुए तत्काल निर्णय लेते हुए जिम्मेदारियों का पुनर्वितरण किया है।
सफाई कार्यों की समीक्षा में मिली लापरवाही, जिम्मेदारियां बदलीं
मंगलवार को जिलाधिकारी सविन बंसल ने नगर निगम के सफाई कार्यों की समीक्षा के दौरान मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी से सफाई, मॉनिटरिंग, कूड़ा उठान, कूड़ा वाहन संचालन, फॉगिंग और सत्यापन के कार्य हटाते हुए उन्हें उनके मूल कार्यों जैसे स्वास्थ्य विभाग से समन्वय, डेंगू-मलेरिया रोकथाम, सर्विलांस, और स्वास्थ्य जोखिम आकलन पर ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए हैं। अब इन सफाई कार्यों की जिम्मेदारी उप नगर आयुक्त को सौंपी गई है।
लापरवाही पर होगी कार्रवाई
डीएम सविन बंसल ने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि सफाई कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और कार्यों में सुधार के लिए अनुबंधित कंपनियों को 45 दिन की मोहलत दी गई है। उन्होंने कहा कि अगर इसमें सुधार नहीं हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम की 21 साल पुरानी कार्यप्रणाली में बदलाव
देहरादून को नगर निगम का दर्जा 1998 में यूपी सरकार ने दिया था, लेकिन उत्तराखंड के गठन के बाद 2003 में नगर निगम का पुनः गठन किया गया। तब से मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी सफाई कार्यों की जिम्मेदारी निभा रहे थे। डीएम सविन बंसल का यह कदम नगर निगम की कार्यप्रणाली में सुधार की दिशा में बड़ा बदलाव माना जा रहा है।
जिलाधिकारी के इस फैसले को शहर की सफाई और स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में अहम कदम के रूप में देखा जा रहा है। इस फैसले के बाद सफाई कार्यों में सुधार की उम्मीदें बढ़ गई हैं, और नगर निगम की कार्यप्रणाली में नई ऊर्जा का संचार हुआ है।