चारधाम यात्रा को मद्देनजर रखते हुए आगामी 3 मई को गंगोत्री, यमनोत्री के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जायेंगे। साथ ही 6 मई को केदारनाथ और 8 मई को बदरीनाथ के कपाट खुलने के साथ ही श्रद्धालु भगवान के दर्शन कर सकेंगे।
चारधाम यात्रा को लेकर शासन, प्रशासन की तैयारियों को लेकर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने राजभवन में शासन के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक मे परिवहन सचिव अरविन्द सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान पूरे रूट के 133 ट्रैफिक पुलिस तैनात रहेगी। यात्रा के लिए 1808 बसों को चिंहित गया है। इसके अलावा यात्रियों के 500 अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की गयी है। साथ ही यात्रा के दौरान दुर्घटना से बचाव को ध्यान में रखते हुए 19 स्थानों पर गाडियों की फिटनेस और कागजों की जांच के लिए यात्रा सेल गठित की जायेगी। आपको बता दें कि अभी तक ऑफलाइन 1586 ग्रीन कार्ड जारी हो चुके हैं और ऑनलाइन पोर्टल पर 166 कार्ड जारी किये जा चुके हैं।
चिकित्सा सचिव राधिका झा ने बताया कि यात्रा मार्गो पर डाक्टर की तैनाती रोटेशन के आधार पर की जायेगी। काडियोलॉजी की समस्या के समाधान के लिए फिलहाल 35 चिकित्सकों को हदय रोगियों के इलाज के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। इसके अलावा यात्रा अवधि के दौरान डेलीमेडिसीन की सेवाएं भी दी जाएंगी। पेयजल सचिव नितेश झा ने बताया कि यात्रा मार्गो पर 100 वाटर एटीएम स्थापित किये जा रहे हैं श्रद्धालुओं को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना विभाग की पहली जिम्मेदारी है।
डा0 रंजीत सिन्हा सचिव आपदा प्रबंधन ने जानकारी देते हुए कहा कि यात्रा मार्गो पर तहसील आपदा प्रबंधन केंद्र सक्रिय हैं। साथ ही स्थानीय नागरिकों में से कुछ लोगों को आपदा मित्र की ट्रेनिंग भी दी जा रही है ताकि आवश्यता पड़ने पर तुरंत रेस्क्यू कर लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया जा सके। सचिव खाद्य एवं आपूर्ति बी एस मनराल का कहना है कि यात्रा मार्गो पर खाद्य एवं आवश्यक पदार्थो की पूर्ति सुनिश्चित कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि यात्रा मार्गो पर 78 पैट्रोल पम्पों और 66 गैस एजेन्सियों में स्टॉक का पूरा ध्यान रखा गया है।
वहीं महाप्रबंधक जीएमवीएन स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि अभी तक यात्रा हेतू ऑनलाइल बुकिंग के माध्यम से 10.5 करोड धनराशि की बुकिंग प्राप्त हुई है। साथ ही सभी यात्री विश्राम गृहों को गूगल मैप पर पिन किया जा चुका है। और 26 अप्रैल से जीएमवीएन का कंट्रोल रूम 24 घंटे कार्यरत है। पर्यटन विभाग के अनुसार यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिए रजिस्ट्रेशन एंड टूरिस्ट केयर वेब पोर्टल संचालित किया जा रहा है। श्रद्धालु मोबाइल एप व वेब पोर्टल या भौतिक रूप से स्थापित कियोस्क के माध्यम से अपना रजिस्ट्रेशन कराकर यात्रा शुरू कर सकते हैं। पर्यटन की वेबसाइड को अन्य विभागों की संवाओं से जोड़ने का कार्य चल रहा है।