देहरादून: उत्तराखंड का प्रसिद्ध आध्यात्मिक केंद्र कैंचीधाम अब जल्द ही यातायात जाम से मुक्ति की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रहा है। राज्य के मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने सचिवालय में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए कि कैंचीधाम के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जाए ताकि श्रद्धालुओं को सुगम, सुरक्षित और व्यवस्थित दर्शन का अनुभव मिल सके।
वीकेंड जाम से छुटकारा:
मुख्य सचिव ने कहा कि सप्ताहांत में लगने वाले भारी जाम को देखते हुए अब एक व्यापक मोबिलिटी प्लान बनाया जाएगा। इसके तहत मुख्य सड़क का चौड़ीकरण, नए पार्किंग स्थलों की पहचान, और स्थानीय लोगों के लिए वैकल्पिक मार्गों को मजबूत करने पर जोर दिया गया।
तकनीक से होगा ट्रैफिक कंट्रोल:
बैठक में यह भी तय हुआ कि सीसीटीवी कैमरों, डिजिटल डिस्प्ले, और वन-वे ट्रैफिक सिस्टम जैसे तकनीकी उपायों के जरिए भीड़ और ट्रैफिक का कुशल प्रबंधन किया जाएगा। श्रद्धालुओं को पार्किंग और मार्ग संबंधी जानकारी डिजिटल माध्यम से दी जाएगी, जिससे भ्रम और अव्यवस्था से बचा जा सके।
शटल सेवा और स्थायी समाधान:
मुख्य सचिव ने धाम तक एक व्यवस्थित शटल सेवा शुरू करने का प्रस्ताव भी रखा, जिससे वाहनों की अनावश्यक आवाजाही रुके और यातायात सुचारू रूप से संचालित हो सके। बजट की व्यवस्था मिसिंग लिंक योजना के तहत किए जाने के निर्देश भी दिए गए।
प्रशासन सक्रिय:
इस अहम बैठक में सचिव शैलेश बगोली, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत, आई.जी. कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल और नैनीताल जिलाधिकारी वंदना सिंह समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
कैंचीधाम अब जाम और अव्यवस्था की पहचान नहीं रहेगा, बल्कि तकनीक, योजना और समर्पित प्रशासनिक सहयोग से एक आदर्श तीर्थ स्थल के रूप में उभरेगा। राज्य सरकार का यह प्रयास श्रद्धालुओं की आस्था को सुविधा और व्यवस्था के साथ जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।