TMP: चारधाम यात्रा और राज्य के धार्मिक व पर्यटक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित किए जाएं और जिलाधिकारी अपने जनपदों में इसकी नियमित निगरानी करें।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ तत्काल सख्त कार्रवाई की जाए और सही सूचनाएं समय-समय पर मीडिया के माध्यम से साझा की जाएं।
किरायेदारों तथा ठेली-फड़ एवं झुग्गी बस्तियों में रहने वालों का सत्यापन अनिवार्य रूप से कराया जाए। अपात्र व्यक्तियों को सरकारी योजनाओं का लाभ देने पर जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई के निर्देश भी दिये गये हैं। जिलाधिकारियों को सत्यापन अभियान के लिए सभी विभागीय अधिकारियों की ड्यूटी लगाने के आदेश दिये गये हैं।
वनाग्नि की घटनाओं पर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री ने इसमें संलिप्त पाए जाने वालों पर कठोर कार्रवाई करने को कहा है। साथ ही, डेंगू नियंत्रण के लिए नियमित फॉगिंग, जागरूकता अभियानों और अस्पतालों में बिजली आपूर्ति बाधित न होने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
ग्रीष्मकाल के मद्देनजर राज्य में निर्बाध बिजली और पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।
आगामी कैंचीधाम वार्षिकोत्सव को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने सड़कों की मरम्मत और पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को औचक निरीक्षण बढ़ाने, बहुद्देशीय शिविरों, तहसील दिवस और बीडीसी बैठकों को नियमित करने, स्मार्ट मीटरिंग की प्रगति पर निगरानी रखने और विद्युत बिल संबंधी शिकायतों को गंभीरता से लेने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि स्थानीय ठेकेदारों को बढ़ावा देने के लिए 10 करोड़ तक के टेंडर उन्हीं को दिये जाएं। इंडस्ट्री से जुड़े लोगों से नियमित संवाद बनाए रखा जाए। साथ ही, सौर स्वरोजगार योजना को जनपद स्तर पर लक्ष्य निर्धारण कर गति देने के निर्देश भी दिए।
चारधाम यात्रा को सफल बनाने के लिए यातायात प्रबंधन, घोड़ा-खच्चर संचालकों को प्राथमिकता, स्वच्छता, सौंदर्यीकरण और रेट लिस्ट की सख्त जांच के निर्देश भी बैठक में दिये गये। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।