TMP: दिल्ली सरकार ने यमुना नदी को जल परिवहन और पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया है। इसके तहत केंद्र सरकार के साथ एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस पहल को दिल्ली के विकास के लिए मील का पत्थर बताते हुए कहा कि यह योजना एक साल पहले पूरी हो सकती थी, लेकिन पूर्व सरकार की उदासीनता के कारण यह अटकी रही। उन्होंने इस फैसले पर अफसोस जताते हुए कहा कि अब दिल्ली को जल परिवहन की आधुनिक सुविधाएं मिलने जा रही हैं।
कैसा होगा यमुना रिवरफ्रंट?
दिल्ली में यमुना नदी को स्वच्छ और आकर्षक बनाने के लिए कई बुनियादी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने बताया कि इस क्षेत्र में चार्जिंग स्टेशन, वॉकिंग ट्रैक, ग्रीन पार्क और रिवरफ्रंट सुविधाएं बनाई जाएंगी। इसके अलावा, प्रदूषण मुक्त परिवहन को बढ़ावा देने के लिए इलेक्ट्रिक और सोलर हाइब्रिड बोट्स चलाई जाएंगी। शुरुआती चरण में सोनिया विहार से जगतपुर तक नाव सेवा शुरू की जाएगी, जबकि भविष्य में इस सेवा का विस्तार अन्य इलाकों तक किया जाएगा।
AAP सरकार पर निशाना!
उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने आम आदमी पार्टी की पूर्व सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह प्रोजेक्ट पहले ही शुरू हो सकता था, लेकिन राजनीतिक कारणों से इसे रोका गया। उन्होंने कहा, “अब दिल्ली की जनता ने बदलाव किया है और यमुना के पुनरुद्धार को प्राथमिकता दी है। यह सिर्फ एक शुरुआत है, आने वाले दिनों में और भी नई योजनाएं लाई जाएंगी।”
दिल्ली में जल परिवहन का यह कदम न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगा बल्कि पर्यावरण संरक्षण और स्मार्ट ट्रांसपोर्टेशन की दिशा में भी एक नई पहल साबित होगा।