देहरादून में ‘वेव्स 2025’ वर्कशॉप: युवाओं को मिला क्रिएटिविटी और नवाचार का मंच

 

 

देहरादून- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए “क्रिएट इन इंडिया चैलेंज” के सीजन-1, वेव्स 2025 के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए देहरादून में ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के जनसंचार विभाग में वर्कशॉप आयोजित की गई। यह वर्कशॉप सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की इकाई, पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) देहरादून द्वारा आयोजित की गई, जिसमें मीडिया और मनोरंजन के क्षेत्र से जुड़े कई विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किए।

वेव्स: क्रिएटिविटी और प्रतियोगिताओं का महाकुंभ
डॉ. कंचन नेगी ने वर्कशॉप में बताया कि वेव्स 2025 का आयोजन 5 से 9 फरवरी तक भारत मंडपम, नई दिल्ली में होगा। यह समिट रील मेकिंग, पोस्टर मेकिंग, एनिमेशन और ड्रोन फिल्म मेकिंग जैसी 27 प्रतिस्पर्धात्मक श्रेणियों के साथ रचनात्मकता और कौशल प्रदर्शित करने का एक बड़ा मंच है।

भारत की पारंपरिक संस्कृति को मिलेगा बढ़ावा
आकाशवाणी और दूरदर्शन देहरादून की उप निदेशक साक्षी सिंह ने मीडिया के माध्यम से भारतीय संस्कृति को वैश्विक मंच तक पहुंचाने पर बल दिया। उन्होंने छात्रों से वेव्स में भाग लेने की अपील की।

नवाचार के लिए अवसरों का द्वार
पीआईबी देहरादून के सहायक निदेशक संजीव सुन्द्रियाल ने कहा, “वेव्स 2025 युवाओं के लिए एक ऐतिहासिक मंच है जो मीडिया और मनोरंजन में नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देगा।”

डॉक्यूमेंट्री और सिनेमेटोग्राफी के गुर
मशहूर सिनेमेटोग्राफर जयदेव भट्टाचार्य ने छात्रों को सिनेमेटोग्राफी और डॉक्यूमेंट्री मेकिंग की बारीकियां सिखाईं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में छात्रों के लिए भविष्य के अनगिनत दरवाजे खुले हैं।

इंटरनेट रेडियो और मॉडर्न मीडिया की नई राहें
ओहो रेडियो के आरजे काव्य ने इंटरनेट रेडियो और मॉडर्न मीडिया के उभरते अवसरों पर चर्चा की। उन्होंने इसे मॉस कम्युनिकेशन से जुड़े छात्रों के लिए करियर का एक शानदार विकल्प बताया।

वेव्स में कैसे करें रजिस्ट्रेशन?
रील मेकिंग, पोस्टर मेकिंग, एनिमेशन, और ड्रोन फिल्म मेकिंग जैसी प्रतियोगिताओं में भाग लेने के इच्छुक प्रतिभागी wavesindia.org पर जाकर रजिस्टर कर सकते हैं। ओटीटी ऐप डाउनलोड करने के लिए iOS लिंक और Android लिंक उपलब्ध हैं।

कार्यक्रम का उद्देश्य
यह वर्कशॉप केवल जागरूकता बढ़ाने का मंच नहीं था, बल्कि भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग के जरिए युवाओं को अपनी रचनात्मकता प्रदर्शित करने और भारत की सांस्कृतिक विरासत को विश्व स्तर पर प्रस्तुत करने का एक प्रेरणादायक प्रयास था।

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