देश के पहले सौर मिशन पर बोलते हुए इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा
“आदित्य- एल1 उपग्रह तैयार है। यह श्रीहरिकोटा पहुंच गया है और पीएसएलवी से जुड़ गया है। इसरो का अगला लक्ष्य इसका प्रक्षेपण करना है। प्रक्षेपण सितंबर के पहले सप्ताह में होगा। तारीख की घोषणा दो दिनों के भीतर की जाएगी।आदित्य-एल1 उपग्रह (Aditya L1 satellite) प्रक्षेपण के बाद अण्डाकार कक्षा में जाएगा और वहां से वह एल1 बिंदु तक यात्रा करेगा, जिसमें लगभग 120 दिन लगेंगे।”
अधिकांश वैज्ञानिक मिशन का उद्देश्य पूरा
वहीं, चंद्रयान-3 मिशन पर उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3 के अधिकांश वैज्ञानिक मिशन उद्देश्य अब पूरे होने जा रहे हैं और इसरो की टीम अगले 13-14 दिनों के लिए उत्साहित हैं। उन्होंने कहा
लैंडर और रोवर सही तरीके से कर रहे कामः इसरो प्रमुख
चंद्रयान-3 के वैज्ञानिक मिशन के अधिकांश उद्देश्य अब पूरे होने जा रहे हैं। लैंडर और रोवर सभी सही तरीके से काम कर रहे हैं। मैं समझता हूं कि सभी वैज्ञानिक डेटा बहुत अच्छे दिख रहे हैं, लेकिन आने वाले 14 दिनों तक हम चंद्रमा से बहुत सारे डेटा को मापना जारी रखेंगे। हमें उम्मीद है कि ऐसा करते हुए हम विज्ञान में वास्तव में अच्छी सफलता हासिल करेंगे। हम अगले 13-14 दिनों को लेकर उत्साहित हैं।
PM मोदी की नियंत्रण कक्ष की यात्रा पर क्या बोले?
इसरो प्रमुख ने चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बेंगलुरु के नियंत्रण केंद्र की यात्रा पर भी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग और नियंत्रण केंद्र पर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से हम बेहद खुश हैं।
पीएम मोदी के बारे में क्या बोले इसरो प्रमुख?
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, इसरो प्रमुख ने कहा कि भारत अधिक अंतरग्रहीय मिशन ( Interplanetary Mission) शुरू करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के पास देश के अंतरिक्ष क्षेत्र के बारे में दीर्घकालिक दृष्टिकोण है इसरो इसे लागू करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। मालूम हो कि चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के बाद वह पहली बार केरल की राजधानी पहुंचे थे।