जम्मू-कश्मीर: आज शाम 5:30 बजे अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से भारी तबाही हुई है। इस दुर्घटना मे अब तक 10 लोगों की मृत्यु की पुष्टि हो गई है। आचानक आए इस सैलाब से कई टेंट और लंगर बह गये, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने पूरी संभावना है।
NDRF की टीम ने राहत और बचाव का काम शुरू कर दिया है। जिसमे मलबे से अब तक 10 श्रद्धालुओं के शव बरामद कर लिए गए है। आपदा मे घायल लोगों को एयर लिफ्ट कर के अस्पतालों तक पहुंचाया जा रहा है।
यह हादसा अमरनाथ गुफा से 2 किलोमीटर दूर हुई जिससे भारी मलबे और पानी बालाटन के करीब 25 टेंट्स और 2 लंगरों को अपने साथ बहा ले गया।
एसडीआरएफ़, एनडीआरएफ़ और ITBP के अनुसार इस दुर्घटना मे भारी जानमाल के नुकसान की संभावना से मना नहीं किया जा सकता।
#WATCH जम्मू-कश्मीर: अमरनाथ गुफा के निचले इलाकों में बादल फटने के बाद भारी मात्रा में पानी बह रहा है। घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी है। pic.twitter.com/qMLxD4kzS4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 8, 2022
गृह मंत्री अमित शाह ने घटना का संज्ञान लेते हुए कश्मीर के राज्यपाल श्री से बात की है। उन्होने मृतकों को अपनी संवेदनाए व्यक्त की हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने भी ट्वीटर के माध्यम से मृतकों को अपनी श्रद्धांजली प्रेषित की है।
गौरतलब है कि अमरनाथ गुफा में शिवलिंग का दर्शन करने के लिए शुक्रवार को करीब 8-10 हजार लोग यात्रा में शामिल थे। हालाँकि तीर्थयात्रियों का यह समूह अलग-अलग जगहों पर ठहरा है। यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
बता दें कि कोरोना के कारण पिछले दो वर्षों से अमरनाथ यात्रा नहीं हो पाई थी और अभी यह यात्रा 30 जून से ही शुरू हुई है, जो करीब 43 दिन बाद 11 अगस्त को समाप्त होगी। अनुमान है कि इस साल की यात्रा में करीब तीन लाख शामिल होंगे।