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चारधाम यात्रा 2025: ‘धामी सरकार’ का मिशन – हर श्रद्धालु सुरक्षित, हर पड़ाव स्वास्थ्य से लैस

 

 

 

देहरादून: चारधाम यात्रा 2025 को लेकर उत्तराखंड सरकार पूरी मुस्तैदी और समर्पण के साथ मैदान में उतर चुकी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के नेतृत्व में राज्य सरकार का लक्ष्य साफ है—हर श्रद्धालु की यात्रा बने स्वस्थ, सुरक्षित और सुविधाजनक।

स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार के निर्देशन में चारधाम यात्रा मार्ग पर एक ऐसा स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा किया जा रहा है जो अब तक का सबसे संगठित, आधुनिक और उपयोगकर्ता-केंद्रित है। ज़मीनी स्तर पर व्यवस्थाएं तेज़ी से पूरी की जा रही हैं—चाहे बात हो केदारनाथ चिकित्सालय के आधुनिकीकरण की हो या गंगोत्री-यमुनोत्री के स्क्रीनिंग पॉइंट्स की तैयारी की।

केदारनाथ से जानकीचट्टी तक—स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूत चादर

QR कोड से स्वास्थ्य सलाह, हर भाषा में मिलेगी जानकारी

श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य सलाह देने के लिए 13 भाषाओं में हेल्थ एडवाइजरी तैयार की जा रही है। QR कोड के जरिए यह एडवाइजरी होटलों, पार्किंग स्थलों व अन्य प्रमुख बिंदुओं पर आसानी से स्कैन की जा सकेगी।

विशेषज्ञों की रोटेशनल ड्यूटी: हर मोर्चे पर विशेषज्ञ तैनात

चारधाम मार्ग पर 69 डॉक्टरों की पहले से तैनाती हो चुकी है। इसके अतिरिक्त हर 15 दिन में विभिन्न जनपदों से ऑर्थो सर्जन, फिजीशियन, जनरल सर्जन, निश्चेतक और अन्य विशेषज्ञों की ड्यूटी बदली जाएगी।

भोजन की सुरक्षा भी सरकार की प्राथमिकता

खाद्य सुरक्षा विभाग ने भी कमान संभाल ली है। यात्रा मार्ग पर खाने-पीने की चीजों की गुणवत्ता की नियमित जांच होगी। मोबाइल फूड टेस्टिंग वैन भी तैनात की गई है जो ऑन-स्पॉट जांच करेगी।

समीक्षा से सेवा तक: सरकार की तैयारी टॉप गियर में

स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने चारधाम मार्ग के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर निर्देश दिए—हर इकाई दवाओं, स्टाफ और उपकरणों से पूरी तरह लैस हो। वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में हर बिंदु पर कार्य हो रहा है।

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