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श्रीनगर निकाय चुनाव: बारिश के बीच उमड़ा जोश, 158 पर्चे बिके, मेयर के लिए बढ़ी सियासी जंग

 

 

 

श्रीनगर: नगर निगम चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं, और शुक्रवार को नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत ने शहर में सियासी हलचल बढ़ा दी है। भारी बारिश के बावजूद तहसील सभागार में उम्मीदवारों की भीड़ उमड़ी, जहां मेयर और पार्षद पद के लिए पर्चे खरीदने वालों की लंबी कतारें देखने को मिलीं। पहले दिन एक भी नामांकन दर्ज नहीं हुआ, लेकिन कुल 158 नामांकन पत्र बिके।

कांग्रेस ने किया बड़ा ऐलान, भाजपा की चुप्पी पर सवाल
कांग्रेस ने श्रीनगर नगर निगम के लिए मीना रावत को मेयर पद का उम्मीदवार घोषित कर सियासी पारा चढ़ा दिया है। वहीं, भाजपा अभी तक अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं कर पाई है। इस बीच निर्दलीय उम्मीदवारों में पूनम तिवाड़ी और भाजपा जिला उपाध्यक्ष लखपत भंडारी की पत्नी आरती भंडारी ने ताल ठोककर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है।

पहली बार जनता चुनेगी महापौर, 40 वार्डों में गहमागहमी
श्रीनगर को नगर निगम का दर्जा मिलने के बाद पहली बार 40 वार्डों में महापौर और पार्षदों का चुनाव होगा। तहसीलदार धीरज राणा ने बताया कि पहले दिन मेयर पद के लिए तीन और पार्षद पद के लिए 155 पर्चे खरीदे गए। सहायक रिटर्निंग अधिकारी रविंद्र डिमरी के अनुसार, पार्षद पद के लिए 104 लोगों ने रुचि दिखाई।

भाजपा में शामिल हुए विपिन मैठाणी, किया जोरदार स्वागत
पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष विपिन चंद्र मैठाणी और उनकी बहन आशा मैठाणी उपाध्याय भाजपा में शामिल होकर शहर पहुंचे, जहां कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। मैठाणी ने भाजपा की नीतियों और विकास कार्यों से प्रेरित होकर पार्टी में शामिल होने की बात कही। उन्होंने भरोसा जताया कि हाईकमान का जो भी फैसला होगा, उसे पूरी निष्ठा से स्वीकार करेंगे।

चुनाव का रोमांच चरम पर, जनता की निगाहें प्रत्याशियों पर
23 जनवरी को होने वाले मतदान के लिए शहरवासियों में खासा उत्साह है। नामांकन प्रक्रिया के पहले दिन से ही यह साफ है कि श्रीनगर का यह चुनाव कई नए राजनीतिक समीकरणों को जन्म देगा। अब देखना यह है कि भाजपा और अन्य पार्टियां अपने उम्मीदवारों के पत्ते कब खोलती हैं।

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