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उत्तराखंड में पर्यटन को मिलेगा नया आयाम: “ट्रैकिंग ट्रैक्शन सेंटर होम स्टे अनुदान योजना” से स्थानीय समुदायों को बढ़ावा

 

देहरादून: अपनी अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध उत्तराखंड पर्यटन का हब बनता जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से कई पहलों को लागू किया गया है। इसी दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है “ट्रैकिंग ट्रैक्शन सेंटर होम स्टे अनुदान योजना,” जो राज्य में पर्यटन और सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देने की दिशा में एक प्रमुख पहल है।

स्थानीय जुड़ाव और आर्थिक उत्थान का प्रयास
उत्तराखंड सरकार की “ट्रैकिंग ट्रैक्शन सेंटर होम स्टे अनुदान योजना” पर्यटन क्षेत्र में स्थानीय भागीदारी के महत्व को रेखांकित करती है। इस योजना के तहत, सरकार ट्रेकिंग केंद्रों के आसपास के 2 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले ग्रामीणों को होम स्टे के निर्माण और सुधार के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है। इसका उद्देश्य स्थानीय समुदायों को पर्यटन के लाभों से जोड़ना और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।

वित्तीय सहायता और स्थानीय स्थापत्य का संरक्षण
योजना के तहत ग्रामीणों को नए होम स्टे के निर्माण के लिए प्रति कमरा 60,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है, जिसमें शौचालय जैसी आवश्यक सुविधाएं शामिल हैं। वहीं, पहले से बने हुए होम स्टे को पर्यटकों की जरूरतों के अनुसार सुसज्जित करने के लिए 25,000 रुपये का अनुदान दिया जाता है। यह पहल न केवल होम स्टे के विकास को प्रोत्साहित करती है, बल्कि स्थानीय स्थापत्य शैली, विशेष रूप से पारंपरिक पहाड़ी शैली के भवनों को संरक्षित रखने में भी मदद करती है। यह पर्यटकों के लिए एक प्रामाणिक और सौंदर्यपरक अनुभव सुनिश्चित करती है।

स्थानीय ग्रामीणों की प्राथमिकता और सुरक्षा मानकों का पालन
इस योजना का लाभ स्थानीय मूल निवासियों को प्राथमिकता के आधार पर दिया जाता है, जो पर्यटन को स्थानीय संस्कृति और आतिथ्य से जोड़ने में अहम भूमिका निभाते हैं। योजना के तहत, होम स्टे संचालकों को अपने परिवार के साथ परिसर में रहना अनिवार्य है, जिससे पर्यटकों को एक घरेलू और गर्मजोशी भरा अनुभव मिलता है। साथ ही, होम स्टे का पंजीकरण अनिवार्य कर इसे औपचारिक रूप से संचालित करने की व्यवस्था की गई है, जिससे सेवा और सुरक्षा के मानकों का पालन सुनिश्चित हो सके।

मुख्यमंत्री धामी का दृष्टिकोण: सतत पर्यटन विकास की ओर कदम
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस योजना की शुरुआत करके सतत पर्यटन विकास को प्राथमिकता देने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगी बल्कि स्थानीय समुदायों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाएगी। सरकार पारंपरिक वास्तुकला को संरक्षित रखते हुए एक ऐसा मॉडल बना रही है, जो स्थानीय परिवारों के लिए राजस्व का महत्वपूर्ण स्रोत साबित होगा। धामी ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि उत्तराखंड के हर क्षेत्र में पर्यटन का लाभ पहुंचे और हमारे लोग इसके जरिए आर्थिक रूप से सशक्त हों।”

पर्यटन को स्थानीय समुदायों से जोड़ने की नई दिशा
उत्तराखंड सरकार की “ट्रैकिंग ट्रैक्शन सेंटर होम स्टे अनुदान योजना” राज्य के पर्यटन को नई दिशा देने का कार्य कर रही है। यह पहल न केवल पर्यटकों को स्थानीय संस्कृति और पारंपरिक जीवनशैली से जोड़ती है, बल्कि स्थानीय परिवारों के लिए भी रोजगार और आय का एक नया साधन प्रदान करती है। मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में, उत्तराखंड न केवल एक पर्यटन केंद्र के रूप में उभर रहा है बल्कि स्थानीय समुदायों के आर्थिक उत्थान की दिशा में भी आगे बढ़ रहा है।

इस प्रकार, उत्तराखंड की इस पहल ने पर्यटन और स्थानीय भागीदारी के बीच एक नया सहजीवी संबंध स्थापित किया है, जो न केवल आगंतुकों के अनुभव को समृद्ध करेगा बल्कि राज्य के लोगों के बीच विकास के लाभों का समान वितरण भी सुनिश्चित करेगा।

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