पीटीआई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रमुख संसदीय समितियों का गठन कर दिया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल लोक लेखा समिति (पीएसी) की अध्यक्षता करेंगे, जो सरकारी खर्च पर पैनी नजर रखती है।
ओम बिरला ने चार अन्य संसदीय समितियों का भी गठन किया, जिनमें प्राक्कलन समिति और सार्वजनिक उपक्रम समिति शामिल है। इन समितियों की अध्यक्षता भाजपा नेता करेंगे। लोक लेखा, सार्वजनिक उपक्रम और प्राक्कलन समितियां संसद की प्रमुख वित्तीय समितियां हैं। इनका काम सरकार के खातों और सार्वजनिक क्षेत्र की फर्मों के कामकाज पर नजर रखना है।
लोकसभा सचिवालय ने एक बुलेटिन जारी कर पांच संसदीय समितियों के गठन की जानकारी दी। ओबीसी कल्याण समिति की अध्यक्षता भाजपा के गणेश सिंह करेंगे। उनकी पार्टी के सहयोगी फग्गन सिंह कुलस्ते एससी और एसटी कल्याण समिति की अध्यक्षता करेंगे। भाजपा नेता संजय जायसवाल प्राक्कलन समिति के अध्यक्ष होंगे।
एक वर्ष के लिए होता है कार्यकाल
भाजपा के ही बैजयंत पांडा सार्वजनिक उपक्रम समिति की अध्यक्षता करेंगे। इन समितियों का कार्यकाल एक वर्ष का होता है और इसमें लोकसभा और राज्यसभा दोनों के सदस्य होते हैं। वे दोनों सदनों द्वारा चुने जाते हैं। पीएसी का नेतृत्व आमतौर पर मुख्य विपक्षी दल के वरिष्ठ लोकसभा सदस्य करते हैं। इससे पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पांच साल तक पीएसी का नेतृत्व किया था। पिछली लोकसभा के विपरीत वर्तमान लोकसभा में संसदीय समितियों का गठन चुनावों के बजाय आम सहमति से हुआ है।