केदारनाथ यात्रा पड़ाव के गौरीकुंड से पहले मुनकटिया में भूस्खलन हुआ है। सोनप्रयाग में सुबह-सुबह उसी स्थान पर भारी भूस्खलन हुआ, जहां पर हाईवे पूरी तरह से बह गया है। कुछ देर के लिए रेस्क्यू कार्य रोका गया, लेकिन स्थिति ठीक होने पर रेस्क्यू अभियान फिर से शुरू किया गया। केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर कई जगह भूस्खलन होने से यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए केदारनाथ यात्रा फिलहाल रोक दी गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आपदा की स्थिति पर संज्ञान लिया है और प्रधानमंत्री कार्यालय ने राज्य की मौजूदा स्थिति की जानकारी ली है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी स्थिति पर खुद नजर रखे हुए हैं।
बीते दिन भारी बारिश के चलते केदारनाथ यात्रा रूट पर दो पुल बहने के साथ ही गौरीकुंड में तप्तकुंड वॉश आउट हो गया है, जिससे केदारनाथ धाम की यात्रा रोक दी गई है। इसके अलावा, टिहरी जखन्याली में बादल फटने से एक होटल मलबे में बह गया, जिससे कई लोगों की मौत हो गई है। प्रदेश में भारी बारिश से कई जगहों पर आपदा जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है।