पीटीआई। अरुणाचल प्रदेश के पक्के केसांग जिले के एक स्कूल के प्रधानाचार्य को छात्रों की कथित तौर पर पिटाई करने के आरोप में उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले से गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि कई छात्रों को स्कूल में प्रार्थना ठीक से नहीं करने तथा कुछ को संस्कृत का गलत उच्चारण करने के कारण पीटा गया।
पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट ने आरोप सामने आने के बाद प्रधानाचार्य को नौकरी से निकाल दिया है। इस स्कूल का संचालन पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट द्वारा किया जाता है। पक्के केसांग के पुलिस अधीक्षक तासी दरंग ने कहा, कक्षा एक से चार तक के 20 छात्रों के साथ प्रधानाचार्य और एक महिला ने शारीरिक दुर्व्यवहार किया। हालांकि आरोपित के नाम नहीं बताए गए हैं।
एसपी ने कहा, छात्रों को धमकी दी गई कि अगर उन्होंने माता-पिता को दुर्व्यवहार के बारे में बताया तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। बच्चों की पिटाई के बारे में उस समय पता चला जब पहली कक्षा के एक छात्र के माता-पिता ने उसके शरीर पर चोट के निशान देखे। इसके बाद 10 दिसंबर को सिजोसा थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। इस पर आइपीसी की धारा 342, (अवैध तरीके से बंधक बनाना) और 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) के साथ-साथ किशोर न्याय अधिनियम की धारा 75 जो बच्चों के प्रति क्रूरता से संबंधित है के तहत मामला दर्ज किया गया है।