आगामी चंपावत विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने काफी सोच-विचार और सभी जोड़-घटाव के बाद निर्मला गहतोडी को प्रत्याशी घोषित किया है। कांग्रेस ने इस बार बीजेपी के खिलाफ एक नए चेहरे का दाव खेला है।
चंपावत उपचुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 11 मई है और वोट 31 मई को डाले जायेंगे। बीजेपी उम्मीदवार और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 9 मई को उपचुनाव के लिए प्रत्याशी के रूप मे अपना नामांकन भरेंगे।
निर्मला गहतोड़ी की जमीनी पकड़ की बात करें तो वो दो बार कांग्रेस की जिलाध्यक्ष चंपावत और हरीश रावत के मुख्यमंत्री रहते हुए दर्जा राज्यमंत्री भी रह चुकी हैं। वो काफी लंबे समय से विधानसभा चुनावों में विधानसभा प्रत्याशी के तौर पर कांग्रेस से टिकिट की मांग करती रही हैं।
चंपावत विधानसभा सीट पर वर्ष 2000 से 2022 तक 3 बार बीजेपी और 2 बार कांग्रेस के पास रही है।
वर्ष 2017 व 2022 के चुनावों में भी चंपावत से बीजेपी प्रत्याशी कैलाश गहतोड़ी चुनाव जीते थे और मुख्यमंत्री धामी के लिए ही उन्होंने अपनी सीट छोड़ी है। जबकि धामी को विधानसभा चुनाव मे खटीमा से हार का सामना करना पड़ा था।