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ज्योतिर्मठ को मिली 291 करोड़ की सौगात: भू-धंसाव प्रभावित क्षेत्र का होगा पुनर्निर्माण, बदरीनाथ यात्रा होगी और सुरक्षित

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जोशीमठ: भगवान श्री बदरीविशाल के कपाट खुलने की पूर्व संध्या पर उत्तराखंड को केंद्र सरकार की ओर से एक बड़ी सौगात मिली है। भू-धंसाव जैसी गंभीर आपदा से जूझ रहे ज्योतिर्मठ (जोशीमठ) के पुनर्निर्माण और स्थिरीकरण के लिए केंद्र सरकार ने ₹291.15 करोड़ की राशि मंजूर की है। यह राशि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से किए गए निरंतर आग्रह के फलस्वरूप स्वीकृत हुई है।

आपदा से पुनर्निर्माण की ओर एक मजबूत कदम

मुख्यमंत्री धामी ने इस निर्णय के लिए प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि यह धनराशि न केवल आपदा प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्निर्माण में मदद करेगी, बल्कि स्थानीय नागरिकों और बदरीनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी सुरक्षित और सुव्यवस्थित वातावरण सुनिश्चित करेगी।

पुनर्निर्माण में प्राथमिकता को मिलेगा बल

राज्य सरकार ने बताया कि इस परियोजना के पहले चरण में अलकनंदा नदी के किनारे ‘टो प्रोटेक्शन’ कार्य, ढलान स्थिरीकरण, जल निकासी और स्वच्छता प्रणाली को सुदृढ़ किया जाएगा। इससे भविष्य में भू-धंसाव की संभावना को काफी हद तक रोका जा सकेगा।

विशेषज्ञों की टीम ने किया था विस्तृत सर्वेक्षण

भू-धंसाव की घटनाओं के बाद, मुख्यमंत्री के निर्देश पर 35 सदस्यीय विशेषज्ञ टीम ने क्षेत्र का दौरा कर Post Disaster Need Assessment (PDNA) किया था। इसमें आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, जलापूर्ति, सड़क और अन्य मूलभूत संरचनाओं की क्षति का गहन विश्लेषण किया गया।

भविष्य की योजना – एक नया ज्योतिर्मठ

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि ज्योतिर्मठ न केवल आपदाओं से सुरक्षित हो, बल्कि वह एक सुनियोजित, विकसित और सुंदर नगर के रूप में उभरकर सामने आए। उन्होंने ज्योतिर्मठ की जनता को भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी।

“ज्योतिर्मठ की देवतुल्य जनता को भरोसा दिलाता हूं कि एक सुरक्षित, विकसित, सुनियोजित और सुंदर ज्योतिर्मठ शहर का सपना जल्द साकार होगा।” – पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री

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