भाषाई बहस के बीच आया बयान
पवन कल्याण का यह बयान ऐसे समय में आया है जब हिंदी और तमिल को लेकर बहस तेज है। उन्होंने पीथापुरम में जनसेना पार्टी के 12वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान भाषाई समावेशिता पर जोर देते हुए कहा कि देश की एकता, अखंडता और आपसी सौहार्द के लिए विविध भाषाओं को अपनाना आवश्यक है।
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“भाषाओं का सम्मान, देश की पहचान”
उन्होंने कहा, “भारत विभिन्न संस्कृतियों और भाषाओं का संगम है, और हमें इसे गर्व से स्वीकार करना चाहिए। भाषाई विविधता न केवल हमारी पहचान को मजबूत करती है, बल्कि सामाजिक सौहार्द भी बढ़ाती है।”
पवन कल्याण का यह बयान देश में भाषाई समरसता की दिशा में एक मजबूत संदेश माना जा रहा है, जो राष्ट्रीय स्तर पर नई बहस को जन्म दे सकता है।