देहरादून: मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में उत्तराखंड भूस्खलन न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र (ULMMC) की द्वितीय संचालक निकाय बैठक में राज्य में आपदा शमन और भूस्खलन प्रबंधन के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को मंजूरी दी गई।
मुख्य सचिव ने उत्तरकाशी, मसूरी, गोपेश्वर, अल्मोड़ा और नैनीताल में लिडार और टोपोग्राफी सर्वे, भू-तकनीकी अन्वेषण, और कंसल्टेंसी फर्म की नियुक्ति जैसे प्रमुख परियोजनाओं को अनुमोदित किया। साथ ही, मनसा देवी हरिद्वार में स्लोप स्टेबलाइजेशन के डीपीआर और ULMMC कर्मियों के लिए सावधि दुर्घटना बीमा योजना पर भी स्वीकृति दी गई।
इस बैठक में सचिव आर मीनाक्षी सुन्दरम, विनोद कुमार सुमन और अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे, जिन्होंने राज्य की भूस्खलन चुनौतियों को कम करने की दिशा में अहम फैसले लिए।