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देहरादून में खाद्य सुरक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई: नामी आउटलेट्स और शिक्षण संस्थानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी

 

देहरादून में आज खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने खाद्य सुरक्षा मानकों की अनदेखी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए नामी खाद्य प्रतिष्ठानों और शैक्षणिक संस्थानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की। इस अभियान का नेतृत्व आयुक्त डॉ. आर. राजेश कुमार और अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी के निर्देशन में किया गया, जिसमें उपायुक्त खाद्य संरक्षा गढ़वाल आर.एस. रावत और देहरादून के अभिहित अधिकारी मनीष सयाना के साथ वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम शामिल थी।

शैक्षणिक संस्थान के मैस में छापेमारी:

टीम ने मसूरी रोड स्थित एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान के मैस में भी छापेमारी की, जहां छात्राओं ने भोजन की गुणवत्ता और साफ-सफाई को लेकर शिकायतें की थीं। टीम ने छात्राओं की समस्याओं को सुना और उनके बयान दर्ज किए। मैस की स्थिति पर निराशा व्यक्त करते हुए उपायुक्त गढ़वाल मंडल ने किचन की सफाई और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता को सुधारने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने सभी किचन कर्मचारियों को फॉस्टेग (FOSTAC) प्रशिक्षण करने के भी निर्देश दिए।

संस्थान के किचन से संदेह के आधार पर खाद्य पदार्थों के नमूने एकत्र किए गए और खाद्य विश्लेषणशाला को जांच के लिए भेजे गए। स्वच्छता और गुणवत्ता के अभाव में संस्थान को नोटिस जारी कर चेतावनी दी गई है कि भविष्य में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

फूड कोर्ट्स और मॉल्स में जांच:

इसके बाद टीम ने हरिद्वार रोड स्थित एक मॉल के फूड कोर्ट में भी छापेमारी की। वहां स्थित नामी प्रतिष्ठानों के किचन में स्वच्छता और खाद्य मानकों की बारीकी से जांच की गई। टीम ने प्रतिष्ठानों को गुणवत्तापूर्ण भोजन और साफ-सफाई बनाए रखने के सख्त निर्देश दिए। किचन में उपयोग किए गए कुकिंग ऑयल के टोटल पोलर कंपाउंड की जांच की गई, जो मानकों के अनुरूप पाया गया।

खाद्य सुरक्षा के प्रति जीरो टॉलरेंस:

खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन आयुक्त डॉ. आर. राजेश कुमार ने स्पष्ट किया कि प्रदेशभर में खाद्य सुरक्षा के मानकों के अनुपालन के लिए यह अभियान लगातार जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग सहित विभिन्न स्थानों पर होटल, रेस्तरां, आउटलेट्स और शिक्षण संस्थानों की किचन में नियमित रूप से सैंपलों की जांच की जा रही है।

डॉ. कुमार ने कहा, “हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि आम जनता और तीर्थयात्रियों को स्वच्छ और गुणवत्तापूर्ण भोजन मिले। खाद्य सुरक्षा के मानकों की अनदेखी करने वाले किसी भी प्रतिष्ठान को बख्शा नहीं जाएगा। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

अभियान जारी रहेगा:

अभिहित अधिकारी देहरादून, मनीष सयाना ने कहा कि पूरे जनपद में खाद्य सुरक्षा के मानकों के अनुपालन के लिए यह अभियान लगातार जारी रहेगा। टीम की इस सख्त कार्रवाई ने साफ संदेश दिया है कि खाद्य सुरक्षा के प्रति सरकार का रुख जीरो टॉलरेंस का है। आगे भी इस प्रकार की जांच और छापेमारी जारी रहेगी ताकि लोगों को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण खाद्य पदार्थ मिल सकें।

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