आज देहरादून स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में कर्नल अजय कोठियाल ने अपने कुछ समर्थकों के साथ बीजेपी का दामन थाम लिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने दिलायी कर्नल अजय कोठियाल को भाजपा की सदस्यता।
आखिर कर्नल कोठियाल है कौन?
2022 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के सीएम पद के दावेदार थे कर्नल अजय कोठियाल। उत्तराखंड में आप पार्टी की ने उन्हें बीजेपी और कांग्रेस को टक्कर देने के लिए चुनाव मैदान में उतरा था। ताकि जीत की राह आसान हो सके।
पसंद के बावजूद हार
कर्नल कोठियाल की बात करें, तो उनका चरित और कार्यो की जितनी सराहना की जाए कम हैं। जनता उन्हें बहुत पसंद भी करती है। इसके बावजूद जनता ने उन्हें विधानसभा चुनाव में सिरे से नकार दिया।
अपने खर्चे चलाते है एक संस्था
कर्नल कोठियाल अपने जीवन भर की कमाई को खुद पर खर्च करने की बजाय, गरीब ,बेसहारा ,जरूरतमंदों पर खर्च करते है। वो अपने जीवन की सारी पूंजी उत्तराखंड के युवाओं को उज्ज्वल भविष्य देने के लिए खर्च कर रहे हैं ताकि हमारा युवा भविष्य देश का नाम रौशन कर अपने लिए नई राहें बना सके।
यूथ फाउंडेशन के संस्थापक
गरीब और असहाय लोगों के लिए आस का सूरज बनकर दमकने वाले कर्नल कोठियाल को जनता बहुत प्यार करती है। अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए यूथ फाउंडेशन में ट्रेनिंग के लिए भेजने को तैयार रहती है। फिर ऐसा क्या हुआ कि लोगो ने उन्हें चुनाव मैदान में अकेला छोड़ दिया?
सही आदमी, गलत पार्टी
लोगों का कहना है कि यदि व्यक्तित्व और कार्यो की बात की जाए तो कर्नल अजय कोठियाल एक बेहतरीन इंसान हैं। लेकिन विधानसभा चुनाव के दौरान उनका आम आदमी पार्टी में शामिल होना, उत्तराखंड की जनता को रास नही आया। लोगो का कहना था कि सही आदमी ने गलत पार्टी जॉइन कर ली है। जिसके परिणामस्वरूप जनता ने कर्नल कोठियाल जैसे व्यक्ति को भी सिरे से नकार दिया।
उत्तराखंड में 10 जून को राज्यसभा सीट के लिए चुनाव होना है। और उपचुनाव से थी पहले कर्नल अजय कोठियाल का अपने समर्थकों के साथ बीजेपी जॉइन करना, कहीं न कहीं बड़े परिवर्तन की तरफ इशारा कर रहा है। कहीं ऐसा तो नहीं कि बीजेपी कर्नल अजय कोठियाल को नयी और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपने जा रही हो?