नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने सख्त प्रतिक्रिया दी है। विहिप ने हिंसा की निंदा करते हुए सपा और कांग्रेस नेताओं पर इसे भड़काने का आरोप लगाया है। परिषद के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने मांग की कि हिंसा में शामिल लोगों और उनके समर्थकों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाया जाए और नुकसान की भरपाई दंगाइयों से की जाए।
“मौलानाओं और नेताओं की शह पर हुई हिंसा”
सुरेंद्र जैन ने हिंसा को “मुस्लिम कट्टरपंथियों” का षड्यंत्र बताया और कहा कि पुलिस पर पथराव, गोलीबारी, और आगजनी जैसे कृत्य बेहद निंदनीय हैं। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सपा सांसद जिया-उर-रहमान बर्क और अन्य नेताओं पर भड़काऊ बयान देकर हिंसा को समर्थन देने का आरोप लगाया।
सपा नेताओं के खिलाफ केस, हजारों अज्ञात पर FIR
संभल पुलिस ने इस हिंसा के सिलसिले में अब तक सात एफआईआर दर्ज की हैं। समाजवादी पार्टी के सांसद जिया-उर-रहमान बर्क और विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल समेत छह लोगों को नामजद किया गया है। 2,750 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
इंटरनेट बंद, स्कूलों में छुट्टी
जिला प्रशासन ने हिंसा के मद्देनजर कड़े कदम उठाए हैं। संभल में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं, बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है, और सोमवार को स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई।
न्यायालय के आदेश पर भड़की हिंसा
हिंसा की यह घटना जामा मस्जिद में सर्वेक्षण के आदेश के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई। इसमें 20 पुलिसकर्मी और चार अन्य सरकारी कर्मचारी घायल हुए, जबकि चार लोगों की मौत हो गई।